Forwarded from Rajasthan Gk (सरकारी नौकारी) Update
ढोला मारू संबंधित तथ्यात्मक जानकारी 🔰
🔷 ढोला मारू नृत्य - झालावाड़
🔶 ढोला मारू चित्रशैली - जोधपुर
🔷 ढोला मारू गीत - सिरोही
🔶 ढोला मारू रा दुहा- कवि कल्लोल
🔷 ढोला मारू री चौपाई- कुशललाभ
🔶 ढोला मारू री कविता - चंदू डाडी
🔷 ढोला मारू नृत्य - झालावाड़
🔶 ढोला मारू चित्रशैली - जोधपुर
🔷 ढोला मारू गीत - सिरोही
🔶 ढोला मारू रा दुहा- कवि कल्लोल
🔷 ढोला मारू री चौपाई- कुशललाभ
🔶 ढोला मारू री कविता - चंदू डाडी
Forwarded from Rajasthan Gk (सरकारी नौकारी) Update
हरभूजी
▪️हरभूजी भूंडेल (नागौर) के महाराज सांखला के पुत्र और राव जोधा (1438-89 ई.) के समकालीन थे।
▪️अपने पिता की मृत्यु के पश्चात् वे भूंडेल छोड़कर हरभमजाल में आकर रहने लगे।
▪️यहाँ रामदेवजी की प्रेरणा से इन्होंने अस्त्र-शस्त्र त्यागकर उनके गुरु बालीनाथजी से दीक्षा ले ली।
▪️लोक-मान्यता है कि राव जोधा को मेवाड़ के अधिकार से मण्डोर को मुक्त कराने के प्रयासों के दौरान इन्होंने आशीष के साथ एक कटार भी दी थी।
▪️इस सहायता व आशीर्वाद से जब यह भूभाग जोधा के अधीन आ गया तो जोधा ने इन्हें बेंगटी गाँव प्रदान किया।
▪️हरभूजी को बहुत बड़ा शकुन शास्त्री, वचनसिद्ध और चमत्कारी महापुरुष माना जाता था।
▪️इनका प्रमुख स्थान बेंगटी (फलौदी) में है।
▪️मनौती पूर्ण होने पर श्रद्धालु यहाँ इनके मंदिर में संस्थापित हरभूजी की गाडी की पूजा अर्चना करते हैं।
▪️हरभूजी भूंडेल (नागौर) के महाराज सांखला के पुत्र और राव जोधा (1438-89 ई.) के समकालीन थे।
▪️अपने पिता की मृत्यु के पश्चात् वे भूंडेल छोड़कर हरभमजाल में आकर रहने लगे।
▪️यहाँ रामदेवजी की प्रेरणा से इन्होंने अस्त्र-शस्त्र त्यागकर उनके गुरु बालीनाथजी से दीक्षा ले ली।
▪️लोक-मान्यता है कि राव जोधा को मेवाड़ के अधिकार से मण्डोर को मुक्त कराने के प्रयासों के दौरान इन्होंने आशीष के साथ एक कटार भी दी थी।
▪️इस सहायता व आशीर्वाद से जब यह भूभाग जोधा के अधीन आ गया तो जोधा ने इन्हें बेंगटी गाँव प्रदान किया।
▪️हरभूजी को बहुत बड़ा शकुन शास्त्री, वचनसिद्ध और चमत्कारी महापुरुष माना जाता था।
▪️इनका प्रमुख स्थान बेंगटी (फलौदी) में है।
▪️मनौती पूर्ण होने पर श्रद्धालु यहाँ इनके मंदिर में संस्थापित हरभूजी की गाडी की पूजा अर्चना करते हैं।
Forwarded from Rajasthan Gk (सरकारी नौकारी) Update
राजस्थान के पशु मेले
▪️राजस्थान में सर्वाधिक पशु मेले आयोजित होने वाले जिले - नागौर(3 मेले), झालावाड़(2 मेले)।
⬤ वीर तेजाजी पशु मेला - परबतसर(नागौर)
⬤ बलदेव पशु मेला - मेड़ता शहर(नागौर)
⬤ रामदेव पशु मेला - नागौर
⬤ चन्द्रभागा पशु मेला - झालावाड़
⬤ गोमती सागर पशु मेला - झालावाड़
⬤ मल्लीनाथ पशु मेला - तिलवाड़ा (बाड़मेर)
⬤ गोगामेड़ी पशु मेला - गोगामेड़ी (नोहर)
⬤ कार्तिक पशु मेला - पुष्कर(अजमेर)
⬤ जसवन्त पशु मेला - भरतपुर
⬤ महाशिवरात्री पशु मेला - करौली
▪️राजस्थान में सर्वाधिक पशु मेले आयोजित होने वाले जिले - नागौर(3 मेले), झालावाड़(2 मेले)।
⬤ वीर तेजाजी पशु मेला - परबतसर(नागौर)
⬤ बलदेव पशु मेला - मेड़ता शहर(नागौर)
⬤ रामदेव पशु मेला - नागौर
⬤ चन्द्रभागा पशु मेला - झालावाड़
⬤ गोमती सागर पशु मेला - झालावाड़
⬤ मल्लीनाथ पशु मेला - तिलवाड़ा (बाड़मेर)
⬤ गोगामेड़ी पशु मेला - गोगामेड़ी (नोहर)
⬤ कार्तिक पशु मेला - पुष्कर(अजमेर)
⬤ जसवन्त पशु मेला - भरतपुर
⬤ महाशिवरात्री पशु मेला - करौली